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Janeu Controversy : जनेऊ पहने ब्राह्मण छात्र को परीक्षा से रोका, प्रिंसिपल व स्टाफ सस्पेंड

RNE Bengluru.

एक महीने पहले राजस्थान में परीक्षा देने गए ब्राह्मण छात्र से जनेऊ उतरवाने को लेकर विवाद हुआ था अब ऐसा ही एक और विवाद कर्नाटक से सामने आया है। कर्नाटक में CET की परीक्षा देने गए यज्ञोपवीतधारी ब्राह्मण छात्र से जनेऊ काटने को कहा गया। जब उसने ऐसा नहीं किया तो परीक्षा से वंचित कर दिया। मामले ने तूल पकड़ा तो कॉलेज के प्रिंसिपल और स्टाफ को सस्पेंड किया गया है।

मामला यह है :

कर्नाटक के बीदर जिले में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) देने पहुंचे छात्र सुचिव्रत कुलकर्णी को जनेऊ नहीं हटाने पर परीक्षा देने से रोक दिया गया था। इस घटना के बाद छात्र और उसके परिवार द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने परीक्षा केंद्र साईं कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. चंद्र शेखर बिरादर और परीक्षा ड्यूटी में मौजूद स्टाफ सतीश पवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

दरअसल 17 अप्रैल को CET परीक्षा देने पहुंचे छात्र सुचिव्रत कुलकर्णी ने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र पर मौजूद स्टाफ ने उससे कहा कि अगर वह जनेऊ नहीं हटाता है तो उसे परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। छात्र ने धार्मिक आस्था से जुड़ा बताकर जनेऊ हटाने से इनकार कर दिया, लेकिन इसके बावजूद उसे परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं दिया गया।

मांग : दुबारा परीक्षा करवाएँ :

परीक्षा से वंचित छात्र की माँ नीता का कहना है बेटे की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान नहीं किया गया और बिना किसी वैध कारण के उसे परीक्षा से वंचित कर दिया गया। अब या तो उनके बेटे के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए या फिर उसे किसी प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला दिलाया जाए जिसकी फीस सरकार या संबंधित कॉलेज वहन करे। दूसरी ओर स्टूडेंट ने कहा, ससे एग्जाम हॉल में जाने से पहले जनेऊ काटने को कहा गया। ऐसा नहीं किया तो परीक्षा से वंचित कर दिया।

राजस्थान में भी हुआ था विवाद :

राजस्थान में बीते दिनों रीट परीक्षा के दौरान जनेऊ उतारने को लेकर काफी विवाद हुआ। इस विवाद से सबक लेते हुए सरकार ने परीक्षाओं के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अब प्रतियोगी परीक्षा के लिए निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत अब धार्मिक चिन्हों की जांच की जाएगी, लेकिन उन्हें उतरवाया नहीं जाएगा।